
तीन लड़कियाँ जो आपस में सहेलीं थी,एक लड़का जिसको वह तीनों लड़कियाँ प्यार करती थी़ं।इस कहानी में लड़के का भाई खलनायक है।
Mujhe Pyar Hua Tha. मुझे प्यार हुआ था।
मित्रता की शुरुआत
400 साल पहले, एक छोटे से गाँव में तीन लड़कियाँ रहती थीं – राधा, सुमन और लता। ये तीनों बचपन से ही एक-दूसरे की सबसे अच्छी दोस्त थीं। गाँव के शांत वातावरण में, उनका बचपन खेलकूद और हंसी-मजाक में बीता। वे तीनों अपनी पढ़ाई और घर के कामकाज में भी एक-दूसरे का साथ देती थीं।
पहला प्रेम
वहीं गाँव में एक युवक भी रहता था, जिसका नाम था आर्यन। आर्यन अपने शालीनता और सौम्यता के लिए गाँव भर में मशहूर था। उसकी हंसी और उसका व्यक्तित्व सभी को आकर्षित करता था। एक दिन जब वह गाँव के बगीचे में टहल रहा था, तभी उसकी मुलाकात राधा, सुमन और लता से हुई। तीनों लड़कियाँ उसकी सादगी और आकर्षण से बहुत प्रभावित हुईं। धीरे-धीरे तीनों लड़कियों के दिल में आर्यन के प्रति प्रेम जाग उठा।
एक अज्ञात प्रेम
तीनों लड़कियों ने एक-दूसरे से कभी भी आर्यन के प्रति अपने प्रेम का खुलासा नहीं किया। वे तीनों अपने-अपने दिल की बात छुपाए रखतीं और हमेशा एक-दूसरे की खुशी के लिए प्रयासरत रहतीं। लेकिन हर बार जब वे आर्यन के साथ होतीं, उनके दिल की धड़कन तेज हो जाती और वे उसकी एक झलक पाने के लिए तड़प उठतीं।
आर्यन का भाई – काल
आर्यन का एक बड़ा भाई भी था, जिसका नाम काल था। काल एक स्वार्थी और क्रूर व्यक्ति था। उसे अपने छोटे भाई से नफरत थी और वह हमेशा उसे नीचा दिखाने की कोशिश करता रहता था। वह गाँव में अपनी क्रूरता और अत्याचार के लिए जाना जाता था।
साजिश की शुरुआत
काल ने जब देखा कि गाँव की तीन सबसे प्यारी लड़कियाँ आर्यन से प्रेम करती हैं, तो उसने इस प्रेम कहानी को अपने स्वार्थ के लिए उपयोग करने का निर्णय लिया। उसने तीनों लड़कियों के बीच मनमुटाव पैदा करने की योजना बनाई ताकि वे आपस में लड़ें और आर्यन का जीवन दूभर हो जाए।
प्रेम का इज़हार
एक दिन आर्यन ने हिम्मत करके राधा से अपने प्रेम का इज़हार किया। राधा ने भी अपनी भावनाओं को खुलकर बताया और दोनों का प्रेम परवान चढ़ने लगा। यह बात जब सुमन और लता को पता चली, तो वे दोनों भी अपने दिल की बात राधा से साझा करने को मजबूर हो गईं।
मनमुटाव और दूरी
सुमन और लता के दिल टूट गए थे, लेकिन उन्होंने अपनी दोस्ती को बचाने का निर्णय लिया। उन्होंने राधा और आर्यन के प्रेम को स्वीकार किया, लेकिन उनके दिलों में एक छिपा हुआ दर्द था। इसी बीच, काल ने तीनों के बीच फूट डालने की कोशिश शुरू कर दी। उसने झूठे अफवाहें फैलाईं और तीनों के बीच गलतफहमियां पैदा कीं।
काल की चाल
काल ने एक दिन सुमन और लता को अलग-अलग बुलाकर बताया कि राधा और आर्यन ने उनके साथ धोखा किया है और वे दोनों मिलकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं। यह सुनकर सुमन और लता का दिल और भी ज्यादा टूट गया। उन्होंने राधा और आर्यन से दूरी बना ली और गाँव छोड़ने का फैसला किया।
राधा, सुमन और लता के बीच की दोस्ती टूट चुकी थी और तीनों का जीवन बिखर चुका था। आर्यन अपने भाई की चाल को समझ नहीं पाया और उसे भी अपने प्रेम का दुखद अंत स्वीकार करना पड़ा। तीनों लड़कियाँ अपने-अपने जीवन में आगे बढ़ गईं, लेकिन उनके दिलों में हमेशा एक अधूरापन और दर्द बना रहा।
आर्यन ने अपने भाई काल के साथ लड़ाई की और उसे गाँव से निकाल दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तीनों लड़कियों का प्रेम और उनकी दोस्ती हमेशा के लिए खो चुकी थी।
गाँव की यादें
राधा, सुमन, और लता अपने-अपने जीवन में आगे बढ़ गईं। लेकिन गाँव की यादें और आर्यन के साथ बिताए हुए पल उनके दिलों में हमेशा के लिए बसे रहे। वे जब भी गाँव के बारे में सोचतीं, उनकी आँखों में आँसू आ जाते। उनका हृदय हर उस पल को याद करता जब वे खुश थीं और एक-दूसरे के साथ थीं।
आर्यन का पश्चाताप
आर्यन अपने भाई की कुटिल चाल से अनजान था और उसने अपनी प्रेमिका राधा और अपनी प्रिय मित्र सुमन और लता को खो दिया था। उसने यह सोचकर अपने जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन हर रात उसे अपने खोए हुए प्रेम और मित्रता की यादें सतातीं। उसने अपने भाई को माफ करने का प्रयास किया, लेकिन दिल में एक दर्द हमेशा बना रहा।
गाँव का परिवर्तन
काल के गाँव छोड़ने के बाद, गाँव में शांति वापस आई। लोगों ने एक बार फिर से एक-दूसरे के साथ मिलजुलकर रहना शुरू किया। लेकिन राधा, सुमन और लता की कमी सभी को खलती रही। गाँव के लोग उनकी मित्रता और आर्यन के प्रेम को याद करते और उनकी कहानी को एक उदासी भरी धुन के रूप में सुनाते।
पुनर्मिलन की उम्मीद
वर्षों बाद, जब राधा, सुमन, और लता अपने-अपने जीवन में स्थिर हो गईं, उन्होंने एक-दूसरे से फिर से मिलने की इच्छा प्रकट की। वे चाहती थीं कि वे अपने पुराने दिनों की यादें ताजा करें और एक-दूसरे के साथ अपने दिल की बात साझा करें। उन्होंने एक-दूसरे को पत्र लिखे और गाँव लौटने का निर्णय लिया।
गाँव में वापसी
जब तीनों लड़कियाँ गाँव लौटीं, तो गाँव ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। आर्यन ने भी उन्हें देखकर अपने पुराने दिनों की यादें ताजा कीं। उसने सोचा कि शायद यह पुनर्मिलन उनके दिलों की दुखती हुई चोटों को भर सके। तीनों ने गाँव के मंदिर में एक-दूसरे से मुलाकात की और अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त किया।
सत्य का उदघाटन
तीनों ने एक-दूसरे से माफी मांगी और अपनी गलतफहमियों को दूर किया। उन्हें समझ में आया कि उनके बीच की दूरियाँ काल की चाल का परिणाम थीं। वे एक-दूसरे के गले लगकर रो पड़ीं और उनके दिलों में छुपे हुए सारे गिले-शिकवे बह गए।
आर्यन का प्रेम
आर्यन ने राधा से अपने प्रेम की पुष्टि की और दोनों ने अपने जीवन को एक नई शुरुआत देने का निर्णय लिया। सुमन और लता ने भी अपनी मित्रता को वापस पा लिया और वे सब फिर से साथ रहने लगे। लेकिन उनके दिलों में एक दर्द हमेशा के लिए रह गया – उनके खोए हुए समय का।
काल की सजा
काल को उसके अपराधों की सजा मिल चुकी थी। उसने अपने जीवन के अंत में महसूस किया कि उसका स्वार्थ और क्रूरता उसे कहीं नहीं ले जा सके। उसने अपने जीवन को व्यर्थ समझा और उसकी आत्मा हमेशा के लिए अंधकार में डूब गई।
दुखद अंत
राधा, सुमन, लता, और आर्यन ने अपने जीवन को फिर से शुरू किया, लेकिन वे हमेशा अपने दिलों में एक अधूरापन महसूस करते रहे। उनके प्रेम और मित्रता ने उन्हें एक-दूसरे के करीब लाया, लेकिन उनके बीच की दर्दनाक यादें कभी भी पूरी तरह से मिट नहीं सकीं।
उनकी कहानी एक उदास, लेकिन सच्ची कहानी बनकर रह गई, जो आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाती है कि प्रेम और मित्रता की अहमियत कितनी गहरी होती है और इन्हें साजिशों और गलतफहमियों से बचाना कितना जरूरी है।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्चा प्रेम और सच्ची मित्रता कभी खत्म नहीं होती, भले ही समय और परिस्थितियाँ उन्हें दूर ले जाएं। लेकिन अगर हम अपने दिल की गहराइयों में झाँकें, तो हमें हमेशा उन यादों में सच्चाई और प्रेम की चमक दिखाई देगी।